–वसीम अकरम त्यागी
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने शिकागो में कहा कि हजारो साल से हिन्दुओं पर अत्याचार हो रहा है। भागवत की इस बात से कोई सहमत हो या न हो मैं पूरी तरह सहमत हूं, भारत के हिन्दु पर वास्तव में अत्याचार हो रहा है। इसे आप यूं समझ सकते हैं, जब बिहार के मुजफ्फरपुर में एक बालिका गृह में 34 बच्चियों के साथ बलात्कार होता है, सात साल की बच्ची से लेकर 40 साल तक की युवती के साथ रेप होता है, गूंगी बच्ची से लेकर अपाहिज बच्ची के साथ रेप होता है, बलात्कार की वजह से गर्भवती होने पर जब इनमें से कई बच्चियों को मारकर बालिका गृह में ही गाड़ दिया जाता है, तब आप कह सकते हैं कि हिन्दुओं पर अत्याचार हो रहा है।
जब उन्नाव में एक महिला अपने साथ हुए बलात्कार की शिकायत दर्ज कराती है तो उस महिला के पिता को जेल में डाल दिया जाता है और उसे पीट पीट कर मार दिया जाता है, लेकिन जिस विधायक पर वह महिला आरोप लगात है उसकी गिरफ्तारी भी उस वक्त होती है जब अदालत सरकारो को फटकार लगाती है। क्या आपको नही लगता कि हिन्दुओं पर अत्याचार हो रहा है।
जब एक भगवाधारी स्वामी आदिवासियों के अधिकारों के लिये एक सम्मेलन को संबोधित करने झारखंड पहुंचता है तो उस पर एक राजनीतिक दल और मोहन भागवत के संगठन के लोग हमला करते हैं, उसे 72 वर्षीय भगवा वस्त्रधारी स्वामी के कपड़े फाड़ डालते हैं, मुंह पर चांटे मारते हैं, क्या आप असहमत हैं कि हिन्दुओं पर अत्याचार नहीं हो रहा है। वही स्वामी जब पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजली देने पहुंचता है तो वहां भी उसके साथ वही होता है जो झारखंड में हुआ था, इस बार तो एक महिला भी उस स्वामी के पीछे चप्पल लेकर दौड़ती है। क्या आपको नहीं लगता कि हिन्दुओं पर अत्याचार हो रहा है। मोहन भागवत को बता दो कि त्यागी जी ने उनकी बात से सहमती जताई है और कहा है कि हिन्दुओं पर जो अत्याचार हो रहा है वह अत्याचार आरएसएस और उसके संगठन के लोग कर रहे हैं।
(यह लेख W. A. Tyagi की फेसबुक वॉल से साभार लिया गया है, लेखक नैशनल स्पीक वेब पोर्टल के एडिटर है)