जनमानस, जयपुर
12 दिसम्बर,2018
राजस्थान में कांग्रेस की सरकार आ गई है लेकिन मुख्यमंत्री का चेहरा अभी पूरी तरह साफ़ नहीं हुआ है. हालाँकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ यह ख़बर आ गई है कि राजस्थान का अगला मुख्यमंत्री अशोक गहलोत होंगे.
मुख्यमंत्री बनने के बाद सबसे ज़्यादा जिज्ञासा इस बात की है कि राज्य में मंत्री कौन कौन होगा. और उससे भी ज़्यादा जिज्ञासा इस बात की है कि अल्पसंख्यक समुदाय से कौन मंत्री होगा.
इस बार राजस्थान में कांग्रेस ने 15 मुस्लिम प्रत्याशियों को टिकट दिया था. अलवर की रामगढ़ विधानसभा पर अभी चुनाव होना बाकी है।
14 उम्मीदवारों में से सात ने जीत दर्ज की है.
इनमें फ़तेहपुर विधानसभा से हाकिम अली ने जीत दर्ज की है. वहीं सवाईमाधोपुर विधानसभा से दानिश अबरार,किशनपोल जयपुर विधानसभा से अमीन काग़ज़ी,आदर्श नगर जयपुर विधानसभा से रफीक़ ख़ान,कामा विधान सभा से जाहिदा ख़ान,शिव से अमीन ख़ान,पोकरण विधानसभा से सालेह मोहम्मद ने जीत दर्ज की है. इनमें से दानिश अबरार,अमीन काग़ज़ी,रफ़ीक़ ख़ान,हाकम अली ने पहली बार जीत दर्ज की है.
इनमें से मंत्रिमंडल में शामिल होने के सबसे बड़े दावेदार कामा विधायक जाहिदा ख़ान पोकरण विधायक सालेह मोहम्मद और शिव विधायक आमीन ख़ान हैं!
साले मोहम्मद ने दूसरी बार जीत दर्ज की है. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी महंत प्रतापपूरी महाराज को हराया है.सियासी गलियारों में इस बात कीचर्चाएँ हैं कि इस बार मंत्रिमंडल में अल्पसंख्यक चेहरे के तौर पर साले मोहम्मद होंगे.हालाँकि बाड़मेर कि शिव विधानसभा से विधायक बने आमीन ख़ान भी मंत्री पद के प्रबल दावेदारों में है. वो पहले भी अशोक गहलोत सरकार में राज्यमंत्री रह चुके हैं.