विभिन्न मांगों को लेकर पुलिस को चकमा देकर जो किसान मजदूर किसान भवन हटवाडा रोड पर इकठ्ठा हुए वहां पर सभा की और अपनी मांगों को दोहराया और वसुंधरा सरकार के दमनकारी रवैये की कड़ी निंदा राजस्थान भर के सभी 33 जिलों से आये किसानों ने की।
सभा में किसान नेताओं को रिहा करने की पुरजोर मांग की गई। सभा के बाद विधानसभा के लिए किसानों ने कूच किया जिसे वसुंधरा सरकार ने दमनकारी रवैये अपनाते हुए थोड़ी दूर पर ही भ्रष्ट व्यवस्था के भारी पुलिस बल ने रोक लिया गयाऔर सभी साथियों ने गिरफ़्तारी दी।
पुलिस द्वारा सभी किसान साथियों को जयपुर के विभिन्न थानों और शहर से बहुत दूर ले जाया गया।
जिस बस में हम लोग थे उन्हें महेंद्र वर्ल्ड सिटी से बहुत आगे सेज थाने ले जाया गया जहाँ पर सभी के नाम पते के अभी छोड़ा जा रहा है।
किसानों और राजस्थान राज्य के नागरिकों के लोकतान्त्रिक और नागरिक अधिकार वसुंधरा सरकार ने निलंबित कर दिए हैं शायद जो शांतिपूर्ण प्रदर्शन भी नहीं करने दिया जा रहा है