क्यों अलवर गैंग रेप की घटना राजस्थान पुलिस और गहलोत सरकार के निकम्मेपन का सबूत है?

क्यों अलवर गैंगरेप घटना राजस्थान पुलिस और गहलोत सरकार के निकम्मेपन का सबूत है ?

11 दिसम्बर 2018 को राजस्थान की आवाम ने वसुंधरा सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए राजस्थान की कमान एक बार फिर अशोक गहलोत को देने का फैसला किया। चुनाव हमेशा मुद्दों (कथित तौर पर) पर लड़े जाते हैं, राजस्थान कांग्रेस ने राज्य की कानून व्यवस्था को मुद्दा बनाकर जनता से वोट मांगे।

सूबे की कानून व्यवस्था को लचर करार देते हुए हर रैली-सभाओं में बड़ी-बड़ी डींगें हांकी गई, ना जाने कितने ही वादे किए गए। लेकिन सरकार बनने के करीब 5 महीने बाद ही वादों का खोखलापन गूंजने लगा। जी हां, कानून व्यवस्था कायम रखने वाली राजस्थान पुलिस और न्याय की पैरोकार कांग्रेस सरकार आज सवालों के घेरे में है।

मामला अलवर के थानागजी इलाके के लालवाड़ी का है। बाजार जाते एक दलित दंपती को गांव के कुछ दबंगों ने रास्ते में रोका फिर सुनसान जगह पर ले जाकर पति के सामने कथित तौर पर पत्नी के साथ 3 घंटे सामूहिक बलात्कार किया।

मामले का घिनौनापन देखिए पांचों अपराधियों ने सबकुछ मोबाइल में रिकॉर्ड किया और ब्लैकमेल करते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया।

वहीं कानून की रक्षा करने की कसम खाने वाली राजस्थान पुलिस का लचर रवैया इस हद तक देखा गया कि 26 अप्रैल की घटना की 5 दिन तक शिकायत नहीं लिखी गई, चुनाव तक मुंह बंद रखने की दलीलें दी गई। जब मामले ने मीडिया में तूल पकड़ा तो अब जाकर 12 दिन बाद 4 आरोपियों को धरा गया है।

क्या राजस्थान सरकार के लिए महिला सुरक्षा से ज्यादा जरूरी चुनाव है, क्या राजस्थान पुलिस का ये ढुलमुल रवैया इंसाफ का पक्षधर है ? दलितों के ख़िलाफ़ अत्याचार और महिलाओं के साथ गैंगरेप जैसे मामलों में राजस्थान दूसरे और तीसरे नंबर पर आने की रेस में काफी समय से है। सरकारें बदलती गई लेकिन कानून व्यवस्था के नाम पर सिर्फ झूठे वादे परोसे गए।

भरतपुर : मजदूर की नाबालिग बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार – 25 जनवरी 2019

प्रदेश के भरतपुर जिले के पहाड़ी थाना क्षेत्र में साल की शुरूआत में एक मजदूर की नाबालिग बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आय़ा। सावलेर गांव की रहने वाली इस नाबालिग के साथ बलात्कार कर वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया।

अलवर : 15 साल की बालिका के साथ स्कूल जाते समय बलात्कार

अलवर के ही बड़ौदामेव थाना क्षेत्र के एक गांव में 15 साल की बालिका के साथ स्कूल जाते समय सामूहिक बलात्कार की घटना सामने आई। आरोपी लड़की को बेहोशी की हालत में एक खेत में फेंक गए।

चुरू : 8वीं में पढ़ने वाली स्कूली छात्रा का सामूहिक बलात्कार – 24 फरवरी 2019

चूरू के सादुलपुर इलाके में 8वीं में पढ़ने वाली 14 साल की छात्रा का 15 फरवरी को स्कूल घर लौटते समय 5 युवकों ने अपहरण किया और सामूहिक बलात्कार की घटना को अंजाम दिया। घटना का अश्लील वीडियो भी वायरल किया गया।

भरतपुर : 3 साल की मासूम को अगवा कर बलात्कार – 5 अप्रेल 2019

भरतपुर रेलवे स्टेशन पर अपने पिता के साथ सो रही 3 साल की मासूम को अगवा कर बंद फैक्ट्री में उसके साथ रेप किया गया। सुबह जब पुलिस को लहूलुहान हालात में बच्ची मिली तब मामला सामने आया। मासूम का परिवार मथुरा से जयपुर किसी काम से आया हुआ था। हालांकि मामले में आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है।

एक आंकड़ें के मुताबिक राजस्थान में महिलाओं और नाबालिगों पर अत्याचार और बलात्कार की बात करें तो बीते 3 साल में 3897 नाबालिग बच्चियों के साथ इस तरह की घटनाएं सामने आई हैं इस हिसाब से हर रोज 3 नाबालिग गैंगरेप का शिकार होती है।

अब गहलोत सरकार को यह तय करना है कि जिस वादे पर उन्होंने जनता से वोट बटोरे हैं क्या उसे पूरा कर पाने में वो कामयाब हो पाते हैं या नहीं ?

– अवधेश पारीक

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