जयपुर: खोनागोरियान मुस्लिम समाज के बारे में फैलाए जा रहे झूठ के विरोध में प्रदर्शन का एलान


राजस्थान के जयपुर में आदिवासी मीणा समुदाय के आमागढ़ किले से भगवा ध्वज हटाने से शुरू हुए विवाद को कुछ लोग अब एक अलग ही रूप देने की कोशिश में लगे हुए हैं. हालांकि यह मामला हिंदू समुदाय और आदिवासी मीणा समुदाय से जुड़ा हुआ है लेकिन कुछ लोग इसको हिंदू मुसलमान से जोड़ कर सांप्रदायिक रंग देने में लगे हुए हैं.

आमागढ़ के मामले को हिंदू मुस्लिम रंग देने की कोशिश सबसे पहले सुदर्शन न्यूज़ चैनल के सुरेश चव्हाणके ने की, उन्होंने आमागढ़ मुद्दे पर एक सीरीज चलाते हुए 28 जुलाई को अपने टीवी शो में यह बताया कि जयपुर के मुस्लिम बाहुल्य खो नागोरियान इलाके में मीणाओं की जमीन पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अवैध कब्जा किया हुआ है जिसके लिए मीणा समुदाय को आवाज़ उठानी चाहिए. इस टीवी शो का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद खो नागोरियान के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने 30 जुलाई को विरोध प्रदर्शन कर इस झूठ के खिलाफ पुलिस प्रशासन से मामला दर्ज कर कार्यवाही करने की मांग भी की थी.

अपने टीवी शो में मीणा समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए एक अगस्त को जयपुर आकर आमागढ़ किले पर फिर से भगवा ध्वज फहराने की बात करने वाले सुरेश चव्हाणके हालांकि 1 अगस्त को जयपुर नहीं पहुंचे लेकिन 1 अगस्त को भाजपा के राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ीलाल मीणा ने सुबह 5 बजे ही आमागढ़ पहुँच कर मीणा समाज का झंडा फहरा दिया जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ़्तार कर लिया. 1 अगस्त को ही राजस्थान आदिवासी मीणा सेवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष और गंगापुर सिटी से निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा के नेतृत्व में पूरे राजस्थान से आदिवासी मीणा समुदाय के लोगों ने जयपुर में इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन किया और सुरेश चव्हाणके की गिरफ्तारी की मांग की.

इस तरह आमागढ़ मामले का तो एक तरह से पटाक्षेप हो गया लेकिन सुरेश चव्हाणके द्वारा हिंदू मुस्लिम के नाम पर मामले का जो सांप्रदायिकरण करने की कोशिश की गई उसने एक बार फिर से तूल पकड़ लिया है.

भाजपा के राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ीलाल मीणा ने खो नागोरियान के पुराने नाम खोहगंग कहते हुए इसके लिए जंग करने का आह्वान किया है. किरोड़ी लाल मीणा ने अपने ट्विटर एकाउंट से एक पोस्टर शेयर करते हुए लिखा है कि “आओ करें खोहगंग के लिए जंग”

रामगढ़ पचवारा से खोहगंग (जयपुर) के लिए किरोड़ी लाल मीणा के नेतृत्व में 21 अगस्त 2021, शनिवार को सुबह 10 बजे से एक विशाल मोटरसाइकिल रैली निकाली जाएगी.

इस ध्वज यात्रा के द्वारा निम्न मांगे रहेंगी

1. प्रतिवर्ष जन्माष्टमी को बांदा मीना आसावरी माता की झांकी खोहगंग स्थित माताजी के मन्दिर लेकर आते है, जिसे विधर्मियों द्वारा बाहर ही रोक दिया जाता है, आसावरी माता की झांकी को खोहगंग दुर्ग एवं मन्दिर तक प्रवेश दिया जाये।

2. खोहगंग के दुर्ग पर मीना समाज का झंडा फहराने दिया जाये।

3. मीणा समाज के चांदा गोत्र की कुलदेवी (आसावरी माता ) तथा शिवालय आदि के स्थान पर पूजा-अर्चना करने दी जाए। तथा मूर्ति तोड़ने वालों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की जाये।

4. खोहगंग में मीणा समाज के पूर्वजों की ऐतिहासिक किले, बावड़ियों छतरियों पितृ तर्पण करने वाली तलाई व मंदिर तथा श्मशानों से अतिक्रमण को हटाये जाकर करीबन 88 हेक्टेयर जमीन को मीना समाज को उपलब्ध कराया जाए। खोहगंग में अतिक्रमण करके बनाई गई मजारे तथा अन्य निर्माणों को तुरंत प्रभाव से हटाया जाए।

5. आमागढ़ में मीणा समाज का झंडा फहराया जाये तथा आमेर के शासकों के पितृ तर्पण वाली तलाई एवं अन्य ऐतिहासिक स्थलों को सुरक्षित किया जाये।

6. सम्पूर्ण राजस्थान में मीणा समाज से संबंधित सभी ऐतिहासिक राजवंशों की संपतियों को सूचीबद्ध कर उनका संरक्षण किया जाए।

7. खोहगंग, आमागढ़, आमेर सहित राज्य में जहाँ भी मीणा शासकों हुए उनकी याद में पैनोरमा निर्माण कर इतिहास को सुरक्षित एवं संरक्षित किया जाये।

इस यात्रा का आह्वान करने के बाद खो नागोरियान क्षेत्र के नागरिकों ने मुस्लिम समाज के बारे में फैलाए जा रहे झूठ के विरोध में 18 अगस्त को एक प्रदर्शन करने का एलान किया है.

इस क्षेत्र के शांति प्रिय लोगों का कहना है कि खोनागोरियान में असामाजिक तत्वों के साथ मिलकर सांसद किरोड़ी लाल मीणा धार्मिक दंगे करवाना चाहते हैं इसीलिए उन्होंने जंग का आह्वान किया है इसके विरोध में 18 अगस्त 2021 बुधवार के दिन सुबह 9:00 बजे विशाल विरोध प्रदर्शन करके मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा.

खोनागोरियान क्षेत्र के निवासी एडवोकेट अब्दुल हकीम ने बताया कि सांसद किरोड़ी लाल मीणा द्वारा फैलाए जा रहे झूठ की सच्चाई कुछ और है.

उन्होंने बताया कि क्षेत्र में स्थित आसावरी माता के मंदिर पर प्रति वर्ष आने वाले चांदा (गोत्र) मीणा समाज की यात्रा का आज तक कोई विरोध मुस्लिम समाज ने नहीं किया है.

पत्रकार फरहान इसराइली ने बताया कि चांदा मीणा व हिंदू समाज के किसी भी धर्म स्थल पर मुस्लिम समाज का कोई भी कब्ज़ा नहीं है और खोनागोरियान में एक भी मज़ार अवैध नहीं बनी हुई है, बल्कि हजारों वर्षों पुरानी है व मुस्लिम आस्था से जुड़ी हुई हैं.

आम हिंदू समाज से आज तक कोई भेदभाव खोनागोरियान में धार्मिक व जातिगत आधार पर नहीं हुआ है. मीणा समाज की किसी भी संपत्ति पर मुस्लिम समाज का कोई भी अतिक्रमण नहीं है यह आरएसएस के लोगों द्वारा फैलाई जा रही अफवाह है.

देश की आजादी से लेकर आज तक खोनागोरियान में हिंदू मुस्लिम में कोई दंगा फसाद नहीं हुआ है. खोनागोरियान में सभी जाति धर्मों के लोग सदियों से अमन व शांति से रहते आए हैं.

इसलिए सौहार्दपूर्ण तरीके से रह रहे हिंदू मुस्लिमों के बीच में धर्म के नाम पर दंगे करवाने की इस साजिश को खोनागोरियान के निवासी कभी कामयाब नहीं होने देंगे.

जयपुर ग्रेटर नगर निगम के वार्ड नंबर 120 के स्थानीय पार्षद छोटू राम मीणा ने बताया कि कुछ अतिवादी संगठनों और नेताओं द्वारा यहाँ बेवजह माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है. मेरा घर खो-गंग (खोनागोरियां) से महज 03 Km दूर है, मैं यहाँ का जन प्रतिनिधि हूँ और यहाँ कि वास्तविकता से अच्छी तरह से परिचित हूँ.

उन्होंने बताया कि यहाँ के स्थानीय मीणा और मुस्लिम (नागौरी) हमेशा भाईचारे से रहते आये है फिर भी पिछले दिनों सुदर्शन चैनल ने अपनी रिपोर्टिंग के द्वारा यहाँ का सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है.

उन्होंने बताया कि सुदर्शन चैनल ने अपनी रिपोर्टिंग में बताया है कि यहाँ आसावरी माता के मंदिर में आने वाली पदयात्रा पर पत्थर फेंके गए जबकि आज तक यहाँ ऐसी कोई घटना हुई ही नही है.

उन्होंने बताया कि सुदर्शन चैनल ने एक अखबार बांटने वाले हॉकर को अपनी रिपोर्टिंग में पत्रकार बताते हुए उसे घाटी करोलान जो राजस्व गांव खोनागोरियान( मेरा स्वयं का गांव) के शमशान पर कब्जे के लिए लड़ने वाला बताया और उसी वजह से उसकी हत्या होना बताया जबकि उस अखबार बांटने वाले का हमारे गांव के शमशान से कोई दूर-दूर तक वास्ता नही था. उस समय भी एक पार्टी विशेष के लोगो ने यहां खोनागोरियान थाने पर इकट्ठे होकर हमारे क्षेत्र का माहौल बिगाड़ने की पूरी कोशिश की पर उसमे सफल नही हो पाए. जबकि उस अखबार बांटने वाले की हत्या करने वाले को तत्काल उसकी पिटाई करते हुए उसी के समुदाय के लोगो द्वारा पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया था. अब फिर से आमागढ़ के बहाने यहाँ का माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है और ऐसा किसका एजेंडा हो सकता है उसकी व्याख्या करने की यहाँ आवश्यकता नही है.

उन्होंने बताया कि कहा जा रहा है कि पदयात्रा की झांकियों को मंदिर तक नही जाने दिया जाता है, जो पूरी तरह सत्यता से परे है. मंदिर तक झांकिया इसलिए नही जा पाती क्योंकि सभी गांवो की अलग-अलग झांकियां होने के कारण उनकी संख्या अधिक हो जाती है और वहाँ अंदर इतनी जगह पार्किंग के लिए नही होती. यह सब कुछ कट्टर संगठनों के द्वारा फैलायी गयी अफवाहें मात्र है. यहाँ खोनागोरियान के अलावा आसपास के सभी गाँव मीणा बाहुल्य होने के कारण कुछ नेता मीणा समाज के बहाने यहाँ का माहौल खराब कर उसका राजनीतिक लाभ लेना चाह रहे है. परंतु अब ना तो मीणा समाज और ना ही मुस्लिम समुदाय इनके झांसे में आने वाला नहीं है.

उन्होंने बताया कि मीणा समुदाय के बावड़ी, महल और मंदिर सब वैसे के वैसे ही हैं. मंदिर से मैं भी 15 साल से कंटिन्यू यात्रा से जुड़ा हूं और हर बार में आता जाता रहता हूं. बावड़ी का मैं अभी 5 दिन पहले ही दौरा करके आया हूं पानी फुल भरा हुआ है लोग नहा रहे हैं, सब कुछ खुला है. वहां कोई अतिक्रमण नहीं है. महल पहाड़ पर एकदम वीरान खड़ा है जर्जर अवस्था में वहां आसपास कोई आबादी नहीं है अगर कब्जा है तो केवल वन विभाग का इसके अलावा किसी जाति धर्म वालों का वहाँ कोई कब्जा नहीं है. कभी हम दोनों समुदायों के बीच कोई सांप्रदायिक विवाद आज तक नहीं हुआ है हम भाईचारे से रहते आये है और रहते रहेंगे. यहाँ का सौहार्द बिगाड़ने के इनके मंसूबों को फलीभूत नही होने देंगे.

स्थानीय निवासी जमील खान उर्फ बाबू ढीकली ने बताया कि आमागढ़ स्थित मीणा समाज के किले वाले विवाद पर भी कुछ असमाजिक तत्वों के द्वारा हिन्दू मुस्लिम का रूप देकर आपसी भाईचारेेे को बिगाड़ने का प्रयास किया जिनमें उन लोगो विफलता ही हासिल हुई. अब उस विफलता के बाद एक बार फिर कुछ असामाजिक तत्व खो नागोरियान स्थित मीणा समाज के आसावरी माता के मंदिर को लेकर भ्रामक जानकारी एव अफवाह फैलाकर मीणा समाज और मुस्लिम समुदाय का आपसी भाईचारे को बिगाड़ने पर तुले हुए है. परन्तु इतिहास गवाह है खोनागोरियाँ का मुस्लिम समुदाय ओर मीणा समाज सदैव एक दूसरे प्रति सेवाभावी और भाईचारे से रहा है जिसकी गवाह यह फोटो है जिसमें प्रति वर्ष खो नागोरियान स्थित आसावरी मंदिर पर मीणा समाज की आने वाली धार्मिक यात्राओं का मुस्लिम समाज के लोगों ने फूलो, फलों और दिल की मोहब्बत से स्वागत किया है और आगे भी करेंगे.


 

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