यह किसकी पुलिस है ? नरेंद्र मोदी की ?
यह तस्वीर एनएसयूआई से जुड़े राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष विनोद जाखड़ की है।
जाखड़ व अन्य विद्यार्थी 13 पॉइंट रोस्टर सहित सामाजिक न्याय के कईं मुद्दों को लेकर बुलाये गये भारत बंद के तहत हो रहे प्रदर्शन में शिरकत कर रहे थे ।
मुद्दे केंद्र से सम्बंधित है,लड़ाई मोदी की सरकार से है,पर यह बदसलूकी किसकी सरकार की पुलिस कर रही है ?
क्या इन्हीं तस्वीरों के लिए राजस्थान के दलित,आदिवासी लोगों ने राज बदलने में अहम भूमिका निभाई थी ?
इस अपमानजनक तस्वीर का संदेश क्या है कि सत्ता का चरित्र दलित आदिवासी विरोधी ही बना रहेगा ?
खुद की पार्टी के छात्र नेता के साथ ऐसा दुर्व्यवहार करके क्या मैसेज दिया कांग्रेस ने ?
अपनी ही सरकार की पुलिस के हाथों अपमान झेल कर भी विनोद जाखड़ उन्हीं के साथ बने रहेंगे या … ?
अगर उन्हें यह व्यवहार और तानाशाह पुलिस वाली सरकार मंजूर है तो हम क्या कर सकते हैं ?
उनको पार्टी को स्ट्रॉन्ग मैसेज देना चाहिये, उनके कड़े निर्णायक कदम के बाद ही लोग निर्णय लेंगे ।
अगर वही माफ कर देते हैं तो हम सोशल मीडिया पर तस्वीरें शेयर करके कौनसा तीर मार लेंगे ?
– भंवर मेघवंशी