जयपुर के राजस्थान विश्वविद्यालय से संबद्ध राजस्थान महाविद्यालय के पार्क में छात्रों को नमाज़ पढ़ने से रोकने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है.
इस पूरे मामले पर छात्र संगठन एनएसयूआई के प्रदेश प्रवक्ता रमेश भाटी ने बताया कि राजस्थान कॉलेज में नमाज अदा कर रहे छात्र के साथ दुर्व्यवहार निंदनीय है और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन इसकी कड़े शब्दों में निंदा करता है. हमने आज प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक चौधरी जी के निर्देशानुसार राजस्थान कॉलेज की एनएसयूआई इकाई द्वारा दोषी उपप्राचार्य को बर्खास्त करने की मांग को लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति को ज्ञापन सौंपा है. अगर उप प्राचार्य आरएन शर्मा को बर्खास्त नहीं किया गया तो एनएसयूआई द्वारा इसके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा.
कॉलेज में नमाज के विवाद पर एनएसयूआई का अधिकारिक बयान
शिक्षक आरएसएस एवं संघ से जुड़ा है इसीलिए उसे कॉलेज के बाहर खुले में नमाज पढ़ रहे हैं विद्यार्थी से भी आपत्ति हुई। किसी भी व्यक्ति को धर्म के नाम पर प्रताड़ित करना गलत है। -राजेश चौधरी, जिला अध्यक्ष जयपुर NSUI विद्यार्थी की परीक्षा थी इसी वजह से उसने समय मिलते ही कॉलेज की बिल्डिंग के बाहर खुले मैदान में नमाज अदा की। कॉलेज कैंपस के बाहर नमाज अदा करने से रोकना गलत है। इसीलिए हमने संबंधित शिक्षक को बर्खास्त करने की मांग को लेकर कुलपति को ज्ञापन सौंपा। – अमरदीप परिहार, इकाई अध्यक्ष राजस्थान विश्वविद्यालय NSUI
राजस्थान की मुस्लिम परिषद संस्थान के अध्यक्ष यूनुस चोपदार ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिख कर राजस्थान महाविद्यालय के वाइस प्रिंसिपल आर एन शर्मा द्वारा मुस्लिम छात्र के साथ धार्मिक भेदभाव कर उन्माद फैलाने के मामले में कार्यवाही करने की मांग की है.
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने घटना का ब्यौरा देते हुए लिखा है कि राजस्थान महाविद्यालय जयपुर में दिनांक 11 नवंबर 2021 को एक मुस्लिम छात्र वहां खाली जगह पर पार्क में कोने में नमाज अदा कर रहा था जिसे गार्ड द्वारा रोका गया और कहा गया कि कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल आर एन शर्मा का आदेश है कि यहां किसी को नमाज नहीं पढ़ने दी जाए। इस गार्ड द्वारा नमाज़ पढ़ रहे छात्र के साथ बदतमीजी की गई और धार्मिक आधार पर अभद्र व्यवहार भी किया गया.
पत्र में उन्होंने लिखा है कि इस घटनाक्रम के दौरान वाइस प्रिंसिपल आर. एन. शर्मा मामला बिगाड़कर कॉलेज प्रांगण छोडकर चुपचाप भाग गये. एक जिम्मेदार अधिकारी द्वारा पहले माहौल बिगाड़ना, फिर स्थिति बिगड़ने पर कॉलेज छोड़कर भागना कतई सही नही ठहराया जा सकता है.
उन्होंने लिखा है कि राजस्थान विश्वविद्यालय और उससे संबद्ध कॉलेजों में कई मंदिर भी बने हुए हैं और हमारे हिंदू भाई अपनी आस्थानुसार अपनी पूजा अर्चना भी करते हैं जिससे ना हमें आपत्ति है और ना किसी और को होनी चाहिए लेकिन पार्क के एक कोने में खड़े होकर बिल्कुल चुपचाप बिना किसी को बाधा पहुंचाये नमाज पढ़ने वाले छात्रों को रोककर माहौल ख़राब करने का ये प्रयास आर. एन. शर्मा की संघी मानसिकता का परिचय दे रहा है और ऐसी विकृत संघी मानसिकता के व्यक्ति का ऐसे पद पर रहना कतई छात्रों के हित में नही है.
राजस्थान की मुस्लिम परिषद संस्थान के अध्यक्ष युनुस चौपदार, संस्थापक सदस्य मोहम्मद मोईनुद्दीन, जिला महासचिव इकरामुद्दीन टीपू ने मुख्यमंत्री से यह मांग की है कि वाइस प्रिंसिपल आर. एन. शर्मा को तुरंत प्रभाव से पदमुक्त किया जाये साथ ही सेवा से भी बर्खास्त किया जाये.
पत्र की प्रतिलिपि उच्च शिक्षामंत्री भंवरसिंह भाटी और उच्च शिक्षा विभाग के सचिव, आयुक्त और निदेशक को भी भेजी गई है.