राजस्थान

बारां: पत्रकार पर हुए हमले के 20 दिन बाद भी कार्यवाही नहीं होने पर पत्रकारों ने दिया धरना

By Raheem Khan

February 15, 2022

बारां। बारां जिले के नाहरगढ़ में पत्रकार जावेद खान पर 23 जनवरी को हुए जानलेवा हमले में पुलिस द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण जिले के पत्रकारों में गहरा रोष व्याप्त है। इस मामले में पत्रकार संगठन इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट बारां द्वारा 14 फरवरी को नाहरगढ़ पुलिस स्टेशन के बाहर धरना दिया गया।

आईएफडब्ल्यूजे संगठन ने दिया थाने के सामने धरना, जिले भर के पत्रकार हुए शामिल

बारां जिले में नाहरगढ़ के पीड़ित पत्रकार जावेद खान को न्याय दिलाने के लिए पत्रकार संगठन आईएफडब्ल्यूजे द्वारा नाहरगढ़ पुलिस थाने के सामने जिला अध्यक्ष फिरोज खान के नेतृत्व में धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया गया। पुलिस की तरफ से अब तक कोई कार्यवाही नहीं होने और कोई ठोस आश्वासन नहीं देने से पत्रकारों में रोष फैल गया। इस अवसर पर पत्रकारों ने पुलिस प्रशासन एवं राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा पीड़ित पत्रकार को जल्द से जल्द न्याय देने तथा आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई।

इस अवसर पर जिलाध्यक्ष फिरोज खान ने सरकार को कोसते हुए कहा कि जब एक पत्रकार की रिपोर्ट को 20 दिन बाद भी दर्ज नही किया जाता तो आम आदमी को पुलिस कैसे न्याय दिलाती होगी।

आई एफ डब्ल्यूजे के संगठन महामंत्री सुरेंद्र चौरसिया सहित तमाम पत्रकारों ने संबोधित करते हुए कहा कि यहां पर राजनेताओं के इशारे पर पुलिस काम कर रही है। वहीं अपराधियों को राजनेताओं का संरक्षण है। ऐसे में भू-माफिया खाईवालो के होंसले बुलन्द है। जिससे अपराध बढ़ रहे हैं।

नाहरगढ़ थाने के सामने धरना सुबह दोपहर 12:00 बजे प्रारंभ हुआ जिसमें बारां जिले के छबड़ा, छीपाबड़ौद अंता, सीसवाली, मांगरोल, अटरू, करवाई, मौठपुर, गऊघाट किशनगंज, बारां, भंवरगढ़, केलवाड़ा सहित दूरदराज क्षेत्र के पत्रकारों ने नाहरगढ़ पहुंचकर पीड़ित पत्रकार को न्याय दिलाने के लिए आवाज को बुलंद किया।

इस अवसर पर पीड़ित पत्रकार जावेद खान ने कहा कि घटना 23 जनवरी की है लेकिन 20 से ज्यादा दिन गुजर जाने के बाद अभी तक पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की जबकि उल्टे फरियादी को ही पाबंद करवा दिया। ऐसे में पुलिस कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में है।

आखिर में प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र सिंह ने दूरभाष पर सभी पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक पत्रकार को न्याय नहीं मिलता तब तक संघर्ष जारी रहेगा इसके लिए पुलिस महानिदेशक जयपुर से ही मिलना होगा तो मिलेंगे। आईएफडब्ल्यूजे संगठन पीड़ित पत्रकार के साथ है।

धरना प्रदर्शन में यह हुए शामिल

धरना प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष फिरोज खान के नेतृत्व में मांगरोल से सुरेंद्र चौरसिया, कवाई से गजेंद्र गौतम, उपेंद्र सुमन, मोठपुर से हितेश सोनी, गऊघाट से रामविलास मीणा, बारां से राजेंद्र नामा, मोहम्मद अनवर खान, किशनगंज से हरीश सुमन, केलवाड़ा से मुकेश नामा,नाहरगढ़ से आदित्य सोनी, छबड़ा से माजिद राही, भंवरगढ़ से आरिफ मेव, छीपाबड़ौद से नोशीन खान, मांगरोल से कुलदीप सिंह सोलंकी, सीसवाली से मनोज नागर, सीसवाली से ओम नागर पैंतरे, छबड़ा से नरेंद्र पारेता, सीसवाली से अरविंद गौतम, मौठपुर से हितेश सोनी, सीसवाली से मनोज कुमार शर्मा, ओम प्रकाश नागर, ओम प्रकाश शर्मा सभी जिले भर के पत्रकार शामिल हुए।

अब जिला स्तर पर होगा धरना

पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज होकर तथा अब तक आरोपी गणेश गोस्वामी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से नाराज पत्रकारों ने पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपकर अगला धरना एवं आमरण अनशन जिला स्तर पर करने का निर्णय लिया है इसका अल्टीमेटम नाहरगढ़ थानाधिकारी को सौंपा गया।

यह था मामला

नाहरगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार एवं दैनिक पत्रिका ब्यूरो के संवाददाता जावेद खान 23 जनवरी की रात्रि को बारां मार्ग पर अपने मित्र के साथ घूमने जा रहे थे तभी उनसे खबरों की रंजिशें रखने वाला आरोपी एवं लाभार्थी वार्ड पंच गणेश गोस्वामी ने टीयूवी कार से सीधी टक्कर मारने का प्रयास किया। एकदम पीछे हटने तथा दोस्त के पीछे खिंचने से पत्रकार खान की जान बच गई। उसके बाद आरोपी गणेश गोस्वामी ने उनके व साथी के साथ गाली गलौज एवं धमकी दी गई। जिसकी रिपोर्ट 24 तारीख को पुलिस थाने में दर्ज कराने के बाद अभी तक नाहरगढ़ पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।

डेढ़ वर्ष पूर्व भी इसी आरोपी द्वारा पत्रकार खान को जान से मारने की धमकी तथा उसका पीछा किया था जिसकी रिपोर्ट पर भी पुलिस ने अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। पत्रकार संगठन द्वारा इसके लिए पूर्व में भी कई बार धरना प्रदर्शन किया गया है।