लोकसभा चुनाव में राजस्थान की नागौर लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) से गठबंधन कर लिया है। 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा के साथ गठबंधन करके रालोपा सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने जीत दर्ज की थी। किसान आंदोलन की वजह से हनुमान बेनीवाल ने भाजपा से गठबंधन तोड़ दिया था। इस बार कांग्रेस के साथ गठबंधन होने के बाद एक बार फिर से हनुमान बेनीवाल ही नागौर लोकसभा से चुनाव लड़ेंगे ऐसी उम्मीद जताई जा रही है। अभी हनुमान बेनीवाल नागौर जिले की खींवसर विधानसभा से विधायक हैं।
हनुमान बेनीवाल के साथ गठबंधन होने के बाद मकराना से कांग्रेस विधायक ज़ाकिर हुसैन गैसावत ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा है कि,
“देश में लोकतंत्र की रक्षा और संवैधानिक व्यवस्था को बचाने के लिए राजस्थान की क्षेत्रीय पार्टी RLP को INDIA गठबंधन में शामिल कर नागौर लोकसभा से सीट देने वाले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के इस फैसले को हम स्वीकार करते है। कांग्रेस आलाकमान और प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व को विश्वास दिलाते है कि नागौर लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली समस्त 8 विधानसभा क्षेत्रों से कांग्रेस गठबंधन को भारी मतो से विजय दिलाकर नागौर की इस सीट को प्रदेश की सबसे बड़ी जीत में दर्ज करवायेंगे। गठबंधन के इस फैसले से राजस्थान की अन्य सीटो पर भी कांग्रेस को फायदा मिलेगा।”
ज़ाकिर हुसैन के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए हनुमान बेनीवाल ने लिखा है कि,
“जाकिर साहब आपका बहुत -बहुत धन्यवाद ! RLP और कांग्रेस मिलकर अब मजबूती से लोकतंत्र के इस चुनावी रण में लड़ेंगे और जीतेंगे !”
इस पर ज़ाकिर हुसैन ने फिर से लिखा,
“विजय भवः M.P साहब✌️
मिलकर इस चुनाव को एतिहासिक जीत में बदलेंगे।”
कांग्रेस द्वारा नागौर की लोकसभा सीट आरएलपी के लिए छोड़ने पर हनुमान बेनीवाल ने कहा कि,
“वर्तमान में देश में जो हालात है,चाहे बेरोजगारी,महंगाई या जनहित के अन्य मुद्दो की बात करे, उसको मध्य नजर रखते हुए और संविधान प्रदत हकों की रक्षा के लिए राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने आगामी लोक सभा चुनाव के रण में इंडिया गठबंधन में शामिल होने का निर्णय लिया। अमीर और गरीब के मध्य खाई बढ़ती जा रही है,ED,CBI, Income Tax जैसी स्वतंत्र संस्थाओं पर दबाव बनाकर उनका दुरुपयोग करवाया जा रहा है और सत्ता के अहंकार में मदमस्त केंद्र की भाजपा सरकार को किसान, जवान और मजदूर के हितों की कोई परवाह नहीं रही है !
मुझे पूर्ण विश्वास है की नागौर संसदीय क्षेत्र की जनता के साथ तमाम राजस्थान के मतदाताओं का पूरा आशीर्वाद लोक सभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को मिलेगा ! लोकतंत्र में मत की ताकत सबसे बड़ी होती है जो जनता के पास है और इस ताकत का प्रयोग आगामी लोक सभा चुनाव में केंद्र की सत्ता में आसीन तानाशाहों के खिलाफ मत की चोट से करना है !
आपका
हनुमान बेनीवाल
आरएलपी से गठबंधन पर पत्रकार अवधेश पारीक का कहना है कि, वैसे नागौर लोकसभा सीट पर हनुमान बेनीवाल और कांग्रेस के गठबंधन की खबरों के बीच मारवाड़ में काफी सियासी गहमागहमी चल रही है। ओंसियां से पूर्व विधायक दिव्या मदेरणा की चुप्पी पर अटकलबाजी का बाजार गरम है। दिव्या के पाला बदलने की चर्चाएं भी सोशल मीडिया पर चल रही है।
हालांकि उनकी तरफ से अभी तक ऐसा कोई संकेत नहीं दिया गया है लेकिन दिव्या जिस मिजाज के लिए जानी जाती है उसके उलट उनकी चुप्पी कई चर्चाओं को जन्म दे रही है.
बेनीवाल से कांग्रेस का गठबंधन कई बाधाएं पार कर अपनी परिणिति तक पहुंचा है जैसी खबरें हैं ऐसे में बेनीवाल के साथ आने पर क्या दिव्या कांग्रेस के साथ रहेंगी ये बड़ा सवाल है? मालूम हो कि दिव्या और हनुमान बेनीवाल एक दूसरे के धुर विरोधी हैं।
विधानसभा चुनावों से पहले उनकी टसल हर किसी ने देखी है. क्या-क्या नहीं बोला गया…ऐसे में कांग्रेस के सामने नागौर या मारवाड़ में भीतर-भीतर का ये मनमुटाव 2-3 सीटों कहीं भारी ना पड़ जाए?