राजस्थान

कोरोना संकट में राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने फिर थामा स्टेथोस्कोप, गांव में कर रहे इलाज !

By khan iqbal

April 17, 2020

अस्पताल में मरीज को दवाइयां लिख रहे ये शख्स भाजपा के राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा हैं।

राजनीति में आने से पहले डॉक्टर रहे किरोड़ी लाल मीणा कोरोना संकट को देखते हुए अपने पुराने पेशे में लौट आए हैं।

अभी कोरोना वायरस से लड़ने के लिए देश को ऐसे ही जज्बे की जरूरत है।

डॉ. किरोड़ी लाल मीणा महवा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम खोहरा धौलाकुआं में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर रोगियों  का इलाज कर रहे हैं।

डॉ. किरोड़ी लाल मीणा का कहना है कि “बीकानेर मेडिकल कॉलेज से MBBS पासआउट होने के नाते मेरा फर्ज है कि मैं संकट के समय अपनी सेवाये जनहित में दू और आज मैं वही फर्ज निभा रहा हूं”

डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है कि

“जनता की सेवा के लिए बीकानेर से MBBS की, लेकिन किस्मत ने राजनीति के जरिये सेवा का मौका दिया। इस दौरान गरीब को गणेश मानकर दायित्व निभाया मगर कोरोना महामारी ने डॉक्टर होने का फर्ज याद दिला दिया। आज अपने गांव की PHC पर मरीजों को देखा।”

राजस्थान में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 1169 पार कर चुका है।

ऐसे में कोरोना योद्धा के रूप में BJP के राज्यसभा सांसद और MBBS डिग्रीधारी डॉ. किरोड़ी लाल मीणा गले में स्टेथोस्कोप और मुंह पर मास्क लगाकर दौसा जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बतौर चिकित्सक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

खुद को हासिल करने का सबसे बेहतरीन तरीका है स्वयं को मानवता के सेवा में लगा देना – महात्मा गाँधी

राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा राजनीति में आने से पहले चिकित्सक थे।

आज जब देश पर कोरोना संकट का समय आया तो लोगों की सेवा के लिये फिर से मैदान में आ गए।

कोरोना संकट से जूझते प्रदेश और देश को इस समय ऐसे ही नेताओं की जरूरत है।

डॉक्टर की डिग्रीधारी सभी नेताओं को डॉ किरोड़ी लाल मीणा का अनुसरण करना चाहिए।

ऐसे समय में जब कोरोना को लेकर चारों तरफ दहशत है एक डाक्टर और सांसद का यह कृत्य बहुत सुकून और तसल्ली देता है।

वे इन दिनों स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीजों की जांच-इलाज कर रहे हैं और सबसे अहम राजनीति के मायने भी बदल रहे हैं। हमारे बाकि नेताओं को भी उनसे सीखना चाहिए.

 राजस्थान में और देश में कई IAS, IPS भी ऐसे हैं जो डॉक्टर भी हैं। उन्हें भी इससे प्रेरणा लेकर कोरोना के ख़िलाफ़ युद्ध में भागीदारी करनी चाहिए।