युवा क़लम

बेगूसराय से चुनाव हारने के बाद कन्हैया कुमार के नाम खुला ख़त

By khan iqbal

May 25, 2019

प्रिय कन्हैया कुमार जी,

आप की हार के दुख और पीड़ा को समझ सकता हूँ। मेरी सहानुभूति आप के साथ है। आशा करता हूँ कि भविष्य में आप और अच्छा प्रदर्शन करेंगें। मगर ये प्रदर्शन मुस्लिम प्रतिनिधित्व को हाशिए पर लाने की क़ीमत पर नहीं करेंगें, मुस्लिम प्रतिनिधित्व को लड़ाई से बाहर बताने की नाकाम कोशिश के साथ नहीं करेंगें बल्कि उन फ़ासिवादियों के विरुद्ध करेंगें जिनकी सोच और विचारधारा वास्तव में इस देश की एकता और अखण्डता के लिए ख़तरा है।

भाई कन्हैया, आप ने इस चुनाव में बहुत क़रीब से लोकतंत्र के पर्व की अनुभूति की है। बहुत से उतार-चढ़ाव देखे होंगें। निहसंदेह इस चुनाव ने आप को भविष्य के लिए बहुत सीख दी होगी।

मुझे उम्मीद है कि आप इन सभी सीख और अनुभव में एक बात प्रमुखता से नोट करेंगें कि भविष्य में अपने चुनाव में किसी पीड़ित माँ का राजनीतिक इस्तेमाल नहीं करेंगें। जी हाँ, मैं नजीब की माँ फ़ातिमा नफ़ीस जी की बात कर रहा हूँ।

आप की राजनीतिक महत्वकांक्षा का सम्मान है लेकिन उम्मीद है कि भविष्य में आप अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षा की पूर्ति के लिए किसी पीड़ित माँ का सहारा लेने का दुस्साहस व कृत्य नहीं करेंगें।

मुझे याद है कि आप मोदी जी को कहा करते थे कि वो अपनी माँ का राजनीतिक इस्तेमाल करते हैं। मगर जब आप राजनीति में आए तो आपने उनसे एक क़दम आगे बढ़ते हुए दूसरे की पीड़ित माँ का राजनीतिक इस्तेमाल किया।

कन्हैया जी, आप ने मनुवाद को भाषणों के माध्यम से ख़त्म करने का जो बीड़ा उठाया था उससे मनुवाद तो ख़त्म नहीं हुआ लेकिन ‘मनुवादी’ मानसिकता को संगठित व एकत्रित करने में बड़ी भूमिका निभाई है। जिसका परिणाम आप के सामने है।

डर की राजनीति का राजनीतिक इस्तेमाल कर के आप ने डराने वालों को मज़बूत किया है। आप ने ‘मनुवाद’ से आज़ादी का नारा देकर देश भर के मनुवादियों को संगठित करने का जो काम किया है उसके लिए भाजपा व गिरिराज सिंह आजीवन आप के आभारी रहेंगें।

आख़िरी बात ये कि आप राजनीति में ख़ूब आगे जाएँ जिसकी पूरी सम्भावना और मेरी कामना है मगर मुस्लिम प्रतिनिधित्व की बलि देकर नहीं बल्कि सबको नेतृत्व में आगे बढ़ाने के स्वप्न और सहयोग के साथ। क्योंकि वो दिन बीत गए जब हमारी पीड़ा का राजनीतिक इस्तेमाल कर कोई अवसरवादी हमारा मसीहा बनने की कोशिश में हमें हाशिए पर खड़ा कर देता था।

उम्मीद है कि अब आप पुनः मनुवाद को संगठित करने के बजाए ज़मीन पर अन्याय से लड़ने का काम करेंगे। आप का राजनीतिक भविष्य उज्जवल हो ऐसी मेरी कामना है।

आप का शुभचिंतक

-मसीहुज़्ज़मा अंसारी