संवैधानिक पदों की गरिमाएँ होती हैं!अगर हम कम से कम किसी से ये उम्मीद करें कि वह संविधान की गरिमा रखेगा तो ये वही लोग हैं जो लोग इन संवैधानिक पदों पर बैठे हैं.
लेकिन शायद राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह इस बात से सहमत नहीं हैं. वे संवैधानिक पद पर तो बैठे हैं लेकिन उन्हें बार बार अपना इतिहास याद आ जाता है.
इस बार उन्होंने न्यूज़ एजेंसी ANI से बात करते हुए कह डाला कि,’’ हम सभी बीजेपी के कार्यकर्ता हैं, हम चाहते हैं कि बीजेपी बड़ी जीत हासिल करे. देश के लिए जरूरी है कि नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनें’’.
मतलब भैया राज्यपाल हम बाद में हैं पहले भाजपा कार्यकर्ता हैं और प्रधानमंत्री को मोदी जी ही बनेंगे.
भाजपा ने उनके बेटे राजवीर सिंह को एटा से लोकसभा उम्मीदवार बनाया है. अब जब वो अलीगढ़ पहुँचे तो भूल गये कि वो राज्यपाल भी हैं.
कौन हैं कल्याण सिंह-
कल्याण सिंह राजस्थान के राज्यपाल हैं और भारतीय जनता पार्टी के पुराने दिग्गज नेता रहे हैं.यानी भाजपा के कट्टर हिंदुत्व वाली छवि के फ़ायर ब्रांड नेता.
जब अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिरायी जा रही थी तब वो कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे और कहा जाता है कि इन्होंने कथित रूप से कार सेवकों को मस्जिद के गुंबद तक जाने में कहीं न कहीं अप्रत्यक्ष रूप से सहायता ही की थी.