जयपुर । जमात-ए-इस्लामी हिंद, राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद नाज़िमुद्दीन ने भरतपुर में चंबल प्रोजेक्ट के दौरान मिट्टी ढहने से हुई दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। यह घटना राजस्थान के भरतपुर जिले में चंबल नदी पर चल रहे प्रोजेक्ट के दौरान हुई, जिसने स्थानीय समुदाय को गहरे सदमे में डाल दिया है।
प्रेस विज्ञप्ति में व्यक्त की संवेदना
मोहम्मद नाज़िमुद्दीन ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस घटना को अत्यंत दुखद बताया। उन्होंने कहा, “भरतपुर चंबल प्रोजेक्ट में मिट्टी ढहने के कारण चार लोगों की असमय मृत्यु और कई लोगों के घायल होने की खबर ने हमें गहरे दुख में डुबो दिया है। मैं उन सभी परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। ईश्वर मृतकों की आत्मा को शांति प्रदान करे और उनके परिजनों को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने की शक्ति दे।” उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा, “हम प्रार्थना करते हैं कि इस हादसे में घायल हुए सभी लोग जल्द से जल्द स्वस्थ हों। उनके लिए बेहतर चिकित्सा सुविधाएँ सुनिश्चित की जानी चाहिए।”
सरकार से मुआवजे और सुरक्षा उपायों की मांग
मोहम्मद नाज़िमुद्दीन ने राज्य सरकार से इस हादसे के पीड़ितों के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा प्रदान किया जाए और घायलों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएँ। इसके साथ ही, उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएँ। उन्होंने कहा, “यह अत्यंत आवश्यक है कि सरकार इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सख्त सुरक्षा मानकों को लागू करे। निर्माण कार्यों में लगे मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित दिशा-निर्देश और नियमों का कड़ाई से पालन होना चाहिए।”
हादसे का विवरण
जानकारी के अनुसार, यह हादसा भरतपुर जिले में चंबल नदी पर चल रहे एक निर्माण प्रोजेक्ट के दौरान हुआ। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मिट्टी का एक बड़ा हिस्सा अचानक ढह गया, जिसके नीचे कई मजदूर दब गए। इस हादसे में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई अन्य को गंभीर चोटें आईं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका इलाज चल रहा है।
सामाजिक संगठनों की प्रतिक्रिया
जमात-ए-इस्लामी हिंद, राजस्थान ने इस घटना को न केवल एक मानवीय त्रासदी बताया, बल्कि इसे निर्माण स्थलों पर सुरक्षा उपायों की कमी का भी परिणाम माना। संगठन ने इस हादसे को लेकर चिंता जताते हुए सरकार और संबंधित अधिकारियों से त्वरित कार्रणवाही की मांग की है।
भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने की अपील
मोहम्मद नाज़िमुद्दीन ने अपनी अपील में कहा, “निर्माण कार्यों में मजदूरों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। यह सुनिश्चित करना सरकार और प्रोजेक्ट प्रबंधन की जिम्मेदारी है कि मजदूरों को सुरक्षित कार्य वातावरण प्रदान किया जाए।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस तरह की घटनाएँ न केवल परिवारों को तोड़ देती हैं, बल्कि समाज में असुरक्षा की भावना को भी बढ़ावा देती हैं।
भरतपुर चंबल प्रोजेक्ट हादसा एक बार फिर निर्माण स्थलों पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी का गंभीर मुद्दा सामने लाया है। जमात-ए-इस्लामी हिंद, राजस्थान ने इस दुखद घटना पर न केवल अपनी संवेदना व्यक्त की है, बल्कि सरकार से पीड़ितों के लिए त्वरित सहायता और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग भी की है। यह घटना समाज के सभी वर्गों के लिए एक चेतावनी है कि सुरक्षा मानकों का पालन और मजदूरों के कल्याण को प्राथमिकता देना कितना महत्वपूर्ण है।