मांगरोल के मरहूम मोहम्मद रमजान के सवाल पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना था कि मामला उनके संज्ञान में नहीं था पूरी जानकारी लेकर दोषियों को सजा दी जाएगी और इंसाफ होगा।
पूरा वीडियो जनमानस राजस्थान पर देख सकते हैं।
इंसाफ़ की आवाज़ को बुलंद रखो, हमारी मांग है कि कैदी को जान से मारने वाले पुलिसवालों पर 302 के तहत केस दर्ज हो तथा पीड़ित के परिजनों को 50 लाख एवं एक परिजन को सरकारी नौकरी दी जाए।
क्या है मामला:-
इस बार फिर एक नया मामला सामने आया है जिसमें बारा ज़िले के मांगरोल क़स्बे के रहने वाले मोहम्मद रमज़ान की पुलिस कर्मियों ने ही कथित तौर पर मारपीट करके हत्या कर दी!
दरअसल मोहम्मद रमज़ान के किसी मामले में सजायाफ्ता क़ैदी था जो मांगरोल की जेल में बंद था!
परिजनों के अनुसार रमजा़न गार्डों के द्वारा पाइप से मारा गया! उसके बाद कोटा के एक अस्पताल में रमज़ान में दम तोड़ दिया! गहलोत और पायलट राजस्थान के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री है दोनों ही मुस्लिम बाहुल्य सीटों से जीते हैं!
लेकिन मोहम्मद रमज़ान की मौत पर दोनों ही चुप है शायद इसलिए कि मुसलमानों के पक्ष में बोलने पर उनके सॉफ़्ट हिंदुत्व पर चोट लगती है!
कांग्रेस सरकार आए हुए अभी तीन महीने भी नहीं हुए कि राजस्थान में मुसलमानों के साथ अत्याचार की नई सीरीज़ शुरू हो गई!