बिहार के वैशाली में एक 20 वर्षीय अल्पसंख्यक युवती गुलनाज़ को छेड़खानी का विरोध करने पर दबंगों द्वारा जला दिया गया था जिसकी इलाज के दौरान पटना मेडिकल कालेज में रविवार को मौत हो गई.
पीड़िता 75 प्रतिशत तक जल चुकी थी. जल्द ही उसकी सगाई हुई थी और चार महीने बाद उसकी शादी होने वाली थी. यह घटना 15 दिन पहले की है मगर इस मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
पीड़िता के पिता की बहुत पहले मौत हो चुकी है और माँ सिलाई का काम कर घर का ख़र्च चलाती है.
पीड़िता ने इलाज के दौरान बयान दर्ज कराया था जिसमें उसने सतीश और उसके दो साथियों का नाम लिया था जो अभी फरार बताए जा रहे हैं.
मृतका वैशाली के देसरी थाना क्षेत्र के रसूलपुर गांव की रहने वाली थी. छेड़खानी का विरोध करने पर गांव के ही दबंगों ने केरोसिन तेल डालकर आग लगा दी.
घर वालों का आरोप है कि दबंगों द्वारा पहले छेड़खानी की गई, जब उन्होंने आरोपी के घरवालों से इसकी की शिकायत की तो वे अपने दो साथियो के साथ लड़की को घर के पास पकड़ा और तेल डालकर आग लगा दी.
पीड़िता, 30 अक्टूबर की शाम घर से कचरा फेंकने बाहर गई थी जहां उसे तीन युवकों- सतीश राय, विजय राय और चंदन राय ने पकड़ा और सतीश ने पीड़िता पर मिट्टी का तेल डाला और फिर आग लगा दी. वह 75 प्रतिशत तक जल चुकी थी.
लड़की की चीख-पुकार सुनकर ग्रामीणों और उसके परिवार के सदस्य उसके बचाव के लिए पहुंचे. उसे तुरंत पास के हाजीपुर के संप्रभु अस्पताल ले जाया गया जहां हाजीपुर पुलिस ने एक वीडियो बयान लिया और मामला देसरी पुलिस स्टेशन को स्थानांतरित कर दिया.
हालांकि देसरी पुलिस स्टेशन के एसएचओ फिरोज हुसैन ने 2 नवंबर को प्राथमिकी दर्ज की, लेकिन उन्होंने आरोपी व्यक्तियों को गिरफ्तार नहीं किया.
(All inputs has been taken from indiatomorrow.in)