जनमानस विशेष

कैसे चहरे को बूढ़ा बना रहा है Face App, क्या ये आपकी निजी जानकारियां शेयर कर देगा

By khan iqbal

July 17, 2019

भारत के लोग कभी-कभी सवा अरब भेड़ों में तब्दील हो जाते हैं !अगर मोहल्ले का कोई बंदा तो कोई काम करने लगे तो पूरा मोहल्ला फिर पूरा गाँव फिर पूरा शहर और फिर पूरा देश उसी के पीछे चल पड़ता है!अब जैसे  Faceapp !

दरअसल हुआ ही कुछ ऐसा है दो तीन दिन से सोशल मीडिया पर अपने आप को बूढ़ा दिखाने वाली फेस ऐप के माध्यम से लोग ख़ुद को बूढा कर रहे हैं और तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं! वो ना सिर्फ़ ख़ुद की तस्वीरें फ़िल्टर कर रहे हैं बल्कि बड़े बड़े सेलिब्रिटीज़ तस्वीरें भी फ़ेसबुक पर हँसी का पात्र बन रही है!

डोनॉल्ड ट्रंप से लेकर दुनिया भर की सभी बड़ी हॉलीवुड बॉलीवुड सेलिब्रिटीज़ के अलावा भारतीय टीम के खिलाड़ियों की भी इस तरह की फ़ोटो सोशल मीडिया पर चल रहे हैं!

फेस ऐप के विश्व भर में 80 मिलियन सेज़्यादा यूज़र्स हो गए हैं! हालाँकि यह ऐप पुरानी है और इसे 2017 में लॉन्च किया गया था लेकिन भारत में यह ऐप पिछले दो तीन दिनों से ट्रेंड पर है!

हालाँकि अब इस ऐप का इस्तेमाल करने के बाद कई तरह के सिक्योरिटी चैलेंज भी सामने आए हैं यह ऐप यूज़र्ज़ की प्राइवेसी के लिए ख़तरा बन सकती है! आधार कार्ड को अपनी निजी सुरक्षा में सेंध डालने की बात करने वाले भारतीय इस ऐप के लिए धड़ाधड़ अपनी जानकारियां शेयर कर रहे हैं!

फेस ऍप कैसे करता है चहरे में बदलाव 

FaceApp के मुताबिक कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नॉलजी का यूज करके ऐसा करती है। ये ऐप 2017 में लॉन्च हुआ था। फोटोज को एडिट करने के लिए ये ऐप न्यूरल नेटवर्क यूज करता है। न्यूरल नेटवर्क आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का ही एक प्रकार है। न सिर्फ ऐज बल्कि इस ऐप से यंगर लुक, जेंडर स्वैप जैसे टास्क भी किए जा सकते हैं।

क्या इससे हमारे निजी जानकारियां सुरक्षित नहीं हैं 

FaceApp की प्राइवेसी पॉलिसी के अनुसार, जब भी आप हमारी सर्विस यूज करते हैं, हमारी सर्विस ऑटोमैटिकली कुछ लॉग फाइल इनफॉर्मेशन रिकॉर्ड करती है। इनमें आपका वेब रिक्वेस्ट, आईपी अड्रेस, ब्राउजर टाइप, यूआरएल और आप इस सर्विस के साथ कितनी बार इंटरऐक्ट करते हैं इस तरह की जानकारी शामिल है।

पॉलिसी में ये भी कहा गया है कि कंपनी यूजर डेटा बिना उनके इजाजत के नहीं बेचेगी और न ही किसी को रेंट पर देगी। हालांकि फेस ऐप के ग्रुप की कंपनियों को आपका डेटा दिया जा सकता है, क्योंकि आपने इसके कॉन्सेंट दिया है। कंपनी की पॉलिसी के मुताबिक अगर कंपनी चाहे तो थर्ड पार्टी एडवार्टाइजिंग पार्टनर्स को कुछ जानकारियां दे सकती है। इनमें कूकज डेटा शामिल हैं।

इस ऐप के वायरल होने के बाद कुछ लोगो ने प्राइवेसी को लेकर सवाल उठाए हैं। जिस फोटो को आप एडिट कर रहे हैं उसका सौ प्रतिशत परमिशन आप उस ऐप को दे रहे हैं।

वेब डवेलपर जॉशुआ नॉजी ने ट्वीट किया है कि FaceApp से सावधान रहें। ये फेस ऐजिंग ऐप बिना आपसे पूछे आपकी फोटोज को अपलोड कर रहा है। ये ऐप फ्री है, लेकिन इस ऐप के कई फीचर्स प्रीमियम हैं और उन्हें यूज करने के लिए इन ऐप परचेज का यूज करना होगा यानी आपको पैसे देने होंगे।