राजनीति ऐसा खेल है जहाँ संभावनाओं पर कोई बंदिश नहीं ह. जहाँ समीकरण बनते हैं और बिगड़ते हैं.तो ऐसे ही संभावनाओं की लहर इस समय सवाईमाधोपुर-टोंक लोकसभा क्षेत्र में चल रही है.
क़यास ये लगाए जा रहे हैं कि सवाई माधोपुर-टोंक लोक सभा क्षेत्र से कांग्रेस इस बार गुर्जर आरक्षण आंदोलन के पुरोधा कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के पुत्र विजय बैसला आपको प्रत्याशी बना सकती है!
2014 में हुए लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने सुखबीर सिंह जौनपुरीया को और कांग्रेस ने पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अज़हरुद्दीन प्रत्याशी बनाया था.
हालाँकि इसमें मोहम्मद अज़हरुद्दीन की हार हुई थी. 2009 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला को प्रत्याशी बनाया था वहीं उनके सामने पूर्व केंद्रीय मंत्री नमोनारायण मीणा थे.
इस चुनाव में बड़े नाटकीय ढंग से नमोनारायण मीणा जीत गये थे!
राजनीति का समय चक्र देखिए की 2009 में जो आमने सामने थे आज वही दोनों में कांग्रेस की टिकट के लिए आमने सामने हैं क्योंकि नमोनारायण मीणा ने भी सवाईमाधोपुर-टोंक लोकसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी जता दी है.
राजनीतिक पंडितों का मानना है कि सवाई माधोपुर टोंक लोक सभा क्षेत्र मे गुर्जर और मुस्लिम वोट एक जगह चले जाएंगे तो सीट आसानी से निकाली जा सकती है.
अब देखना है कि तमाम जातीय समीकरणों के मद्देनज़र कांग्रेस किसे इस रण का खिलाड़ी बनाती है
राजनीतिक गलियों में तो ये भी चर्चाएँ चल रही हैं की कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की बेटी संगीता बैसला भाजपा नेताओं के संपर्क में है! और अगर कर्नल व बेटे को कांग्रेस की टिकट ना मिली तो बेटी भाजपा की टिकट ला सकती है।