बारां। राजस्थान में बारां जिले के शाहबाद कस्बे में महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय शाहाबाद के प्रधानाचार्य को 12 वीं कक्षा के बच्चों के विदाई समारोह के कार्ड पर उर्दू शब्दों का इस्तेमाल करना भारी पड़ गया। दरअसल महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय, शाहाबाद में 28 फरवरी 2025 को 12वीं कक्षा के छात्र छात्राओं के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया गया था। विदाई समारोह के निमंत्रण पत्र पर “जश्न-ए-अलविदा” लिखा था। कुछ लोगों को निमंत्रण पत्र पर उर्दू के लिखे हुए शब्द पसंद नहीं आए और इस कार्ड को सोशल मीडिया पर वायरल करते हुए इसकी शिकायत शिक्षा मंत्री, अंता विधायक और जिला कलेक्टर से कर दी।
शिकायत मिलने पर गैंदा लाल रैगर (मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी समग्र शिक्षा) ने कार्यालय आदेश जारी करते हुए लिखा है कि, “माननीय विधायक महोदय विधानसभा अंता (193) के पत्रांक 166 दिनांक 01.03.2025 एवं श्रीमान जिला कलक्टर महोदय, बारां के निर्देश दिनांक 02/03/2025 की अनुपालना में प्राप्त शिकायत अनुसार प्रधानाचार्य, महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय, शाहाबाद जिला बारां द्वारा विभागीय दिशा निर्देशों के विपरित आमत्रंण पत्र पर “जश्न-ए-अलविदा” अंकित करवाया गया है। अतः प्राप्त शिकायत की जांच हेतु तीन सदस्यो का जांच दल का गठन किया जाता है।”
जांच दल में देवेन्द्र सिंह (सीबीईओ किशनगंज) जांच दल प्रभारी, ललित कुमार यादव (प्रधानाचार्य, राउमावि, दिगोदपार किशनगंज), भरत लाल मीणा (प्रधानाचार्य, राउमावि, बासंधूनी किशनगंज) को शामिल किया गया है।
उक्त जाचं दल को आदेशित किया गया है कि प्रकरण की जांच कर जांच प्रतिवेदन मय स्पष्ट अभिशंषा/निष्कर्ष दिनांक 03.03.2025 को प्रातः 12.30 बजे तक अनिवार्य रुप से प्रेषित करें। साथ ही किसी कार्मिक के दोषी पाये जाने पर उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही के पूर्ण प्रस्ताव यथा प्रपत्र अ.ब.स.द तथा प्रस्तावित आरोप पत्र, आरोप विवरण पत्र मय सुसंगत प्रमाणित अभिलेख / साक्ष्य भी भिजवाना सुनिश्चित करें।
इस मामले में महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय, शाहाबाद के प्रधानाचार्य विकेश कुमार ने बताया कि विदाई समारोह आयोजित करवाने के लिए बच्चों ने निवेदन किया था, उसके बाद बच्चों की खुशी को देखते हुए समारोह करवाने का विद्यालय प्रबंधन समिति (SMC) से भी अनुमोदन करवाया गया था। “जश्न-ए-अलविदा” लिखे हुए विदाई समारोह के कार्ड छपवाए जरूर गए थे लेकिन कार्ड सही नहीं लगा इसलिए इनको बांटा नहीं गया था। विदाई समारोह के लिए बिना “जश्न ए अलविदा” लिखे हुए नए कार्ड ही बांटे गए थे। लेकिन कुछ पुराने कार्ड गलती से छात्रों के हाथ लगने से बंट गए थे। जांच कमेटी ने आकर जांच कर ली है और जांच कमेटी के समक्ष विद्यालय स्टाफ, गणमान्य नागरिकों, लोकल पत्रकारों के साथ हमने अपना पक्ष रख दिया है।