मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्र सरकार को संवेदनहीन सरकार बताते हुए कहा है कि किसानों के साथ देश के लाखों लोग हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की गलतफहमी निकल जाएगी।
गहलोत रविवार को प्रदेश कांग्रेस के किसान समर्थन में दिए एकदिवसीय धरने में बोल रहे थे। गहलोत ने कहा कि कड़ाके की ठंड में देश के किसान आंदोलन कर रहे हैं लेकिन केन्द्र सरकार की संवेदनहीन की पराकाष्ठा हैं कि किसान थक जाएंगे और मुद्दा समाप्त हो जाएगा।
उन्होंने किसानों को समझदार बताते हुए कहा कि वे शांतिपूर्वक एवं भाईचारे के साथ आंदोलन कर रहे हैं और किसानों के साथ देश के साढ़े छह लाख गांवों में बैठे लोगों की भावना हैं। उन्होंने कहा कि वक्त आने पर मोदी एवं शाह की गलतफहमी निकल जाएगी और उन्हें लेने के देने पड़ जाएंगे।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को पूरे किसानों की किस्मत का फैसला करने का अधिकार नहीं हैं। उन्होंने केन्द्र सरकार को फासीवादी सरकार बताते हुए कहा कि यह सरकार देश को बर्बाद करना चाहती हैं।
उन्होंने कहा कि हमें देश को एक रखना हैं। इन लोगों को लोकतंत्र में यकीन नहीं हैं और तानाशाह की प्रवृत्ति रखते हैं। जनता को ताली एवं थाली बजवाकर हिन्दु राष्ट्र की बात करते हैं। ये देश को बर्बाद कर रहे हैं और हिन्दु और मुसलमान में बांटने का काम कर रहे हैं। उनकी नीयत ठीक नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि इस बार इन लोगों ने किसानों से पंगा लिया हैं। किसानों को कोई भड़का नहीं रहा हैं और वे समझदार है।
हालात गंभीर हैं, इसलिए कांग्रेस किसानों को संदेश देना चाहती हैं कि देश, प्रदेश एवं कांग्रेस का प्रत्येक कार्यकर्ता उनके संघर्ष के साथ एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि जरुरत पड़ी तो किसान आंदोलन के समर्थन में वे बोर्डर पर भी आ जायेंगे।