अजमेर में लिंचिंग के प्रयास का एक मामला सामने आया है. सोशल मीडिया पर भीख मांगने वाले एक फकीर और उसके बच्चों को धार्मिक आधार पर प्रताड़ित करने का वीडियो वायरल हो रहा है.
सोशल मीडिया पर वायरल उस विडियो में देखा जा सकता है कि एक मुस्लिम भिखारी को कुछ लोग घेर कर उसकी पिटाई कर रहे हैं और उसे दोबारा उस इलाके में न आने की धमकी दे रहे हैं.
यह मामला अजमेर के रामगंज थाने का है. प्रताड़ित कर रहे शख़्स की पहचान ललित शर्मा के रूप में हुई है, जिसे पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है.
विडियो में सुना जा सकता है कि आरोपी ललित शर्मा पीड़ित को थप्पड़ और डण्डे से मार रहा है. वह पीड़ित से कह रहा है कि “भीख माँगना है तो पाकिस्तान जाकर माँग, दरगाह से 10 किलोमीटर के इलाक़े में नज़र नहीं आना चाहिए.”
वीडियो में पीड़ित के साथ उसके दो बच्चे भी नज़र आ रहे हैं. बच्चों पर भी ललित शर्मा डण्डों और लातों से हमला कर उनकी पिटाई करते हुए दिख रहा है.
इंडिया टुमारो से बात करते हुए अजमेर के रामगंज थाने के कंट्रोल रूम में मौजूद हेड कांस्टेबल ने कहा कि, “इस मामले में पाँच लोगों को शांति भंग की धारा 151 में गिरफ़्तार किया गया है, जिसमें मुख्य आरोपी ललित शर्मा भी शामिल है.”
यह पूछे जाने पर कि क्या यह मामला धार्मिक उत्पीड़न और मॉब लिंचिंग का है, उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा कि, “पीड़ितों की तरफ़ से कोई मामला दर्ज नहीं करवाया गया है, मामले कि जाँच चल रही है”.
इंडिया टुमॉरो से बात करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता मोहसिन रशीद ने कहा कि, “पुलिस मामले को दबाना चाहती है, यह मामला लिंचिंग का है, इसपर लिंचिंग का क़ानून के तहत कार्रवाई होनी चाहिए”.
सोशल मीडिया पर पर मुख्य आरोपी ललित शर्मा की फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल फ़ोटो भी वायरल हो रही है जिसमें नज़र आ रही कार पर, “विश्व हिंदू परिषद” लिखा नज़र आ रहा है .
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी, अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष तौफीक पठान ने सम्बंधित थाने के एस एच ओ को पत्र लिख कर दोषियों के विरुद्ध मामला दर्ज करने और उनपर कार्रवाई की मांग की है.
इंडिया टुमारो ने रामजंग थाना अधिकारी से बात करने का प्रयास किया है, लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी. इस मामले में अधिक जानकारी मिलने के बाद विस्तृत रिपोर्ट साझा की जाएगी.
(यह ख़बर पहले वेब पोर्टल indiaTomorrow.com में प्रकाशित हो चुकी है)