राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की बाड़मेर में 1सितम्बर को होने वाली गौरव यात्रा के लिए 28 अगस्त को ही पुलिस द्वारा नागरिकों को नोटिस देकर पाबंद कर दिया गया था कि छतों पर चढ़कर विरोध ना करें और किसी मेहमान को भी घर न बुलाऐं, ना ही काले झंडे दिखाए। ऐसे आदेश देना ब्रिटिश काल की याद दिलाता है. हो सकता है गौरव यात्रा आपके शहर में आने पर आपको भी ऐसा नोटिस मिल सकता है।
जनमानस राजस्थान के संवाददाता ने जब नोटिस में दिये गए नम्बर पर कॉल किया तो बाड़मेर निवासी मुकेश कुमार ने बताया कि उनकी दुकान बाड़मेर में स्टेडियम के पास में ही है जंहा मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर को उतरने के लिए हेलीपैड बनाया गया था। पुलिस किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन से इतनी डरी हुई थी कि उसने सभी दुकानदारों को नोटिस देकर जबरदस्ती दुकाने बंद करने को कहा। सभी दुकानदारों ने इस नोटिस का पुरजोर विरोध किया और मीडिया के सामने अपनी बात रखी। मामला मीडिया के सामने आने के बाद पुलिस ने नोटिस वापस ले लिया। पता नहीं सरकार जनता से इतना डरी हुई क्यों है? इससे पहले जोधपुर के पीपाड़ में गौरव यात्रा पर पत्थर फेंके गए और काले झंडे दिखाए गए थे। उस घटना के बाद सरकार और विपक्ष पर आरोप प्रत्यारोप भी लगे थे।
8 मार्च को झुंझुनूं में हुई प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभा मे भी कुछ बेरोजगार युवाओं ने काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया था।