राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने एक बार फिर विवादित बयान दे दिया! ये पहली बार नहीं है कि संघ प्रमुख ने विवादित बयान दिया है!
इससे पहले भी कई वो ऐसे बार बयान दे चुके हैं! लेकिन अबकी बार उन्होंने भारतीय सेना को लेकर बयान दिया है! भागवत ने बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में दिए गए भाषण में कहा कि भारतीय सेना को तैयार होने में छः-सात महीने लग जाते हैं लेकिन संघ के स्वयंसेवक तीन दिन में तैयार हो जाते हैं!
यानी कि भारतीय सेना कमज़ोर और आलसी है जो शत्रु का मुक़ाबला नहीं कर सकती! वे यहीँ नहीं रुके उन्होंने कहा कि देश को ज़रूरत पड़े या देश का संविधान यदि इजाज़त दे तो हम सेना तैयार कर सकते हैं!
भागवत की बातों से लग रहा है कि उनको देश की सेना पर विश्वास नहीं रहा! अब उनको RSS के कार्यकर्ताओ पर ही भरोसा है! इनकी ये मानसिकता क्या दर्शाती है वो आप अच्छी तरह समझ गए होंगे!
तो आरएसएस को अब करना ये चाहिए कि वो अपने”फुर्तीले” सैनिक देश की सेना को दे! सोशल मीडिया पर लोगों की टिप्पणियां कुछ ऐसी ही हैं! प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि भागवत को अपने स्वयंसेवकों को देश की रक्षा करने के लिए सीमा पर भेजना चाहिए!
ख़ान इक़बाल लिखते हैं कि”स्वयंसेवकों की डन्ड बैठकें आख़िर देश के कब काम आएंगी” भागवत के इस बयान से सेना का मनोबल टूटेगा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय सेना का अपमान हो रहा है!