झूठी खबरें व्हाट्सएप और फेसबुक से वायरल करना बहुत ही आसान हैं, उन्ही झूठी खबरों को लेकर एक बार फिर एक मैसेज ने लोगो मे उलझन पैदा कर दी हैं तो कई लोग इसको बिना सोचे समझे फारवर्ड कर रहे हैं और उन निर्देश पर चल रहे हैं जो उस मैसेज में हैं।
आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के नाम से वायरल होते इस मैसेज में 4 बड़ी चीजे हैं- 1मोबाइल नम्बर 2मिस्ड कॉल से वोटिंग 3ट्रिपल तलाक 4आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का नाम
(1मेसेज का स्क्रीनशॉट)
(लोकेशन का स्क्रीनशॉट)
इस मैसेज को अक्सर मुस्लिम ग्रुप्स में फॉरवर्ड होते देखा तो हमे पड़ताल के लिए कहा गया, इसमें जो दिया हुआ नम्बर हैं। वो नम्बर राजस्थान सर्कल एमटीएस कम्पनी का हैं और उसका उपयोग या तो IVRS या वोटिंग के लिए पहले किया जा चुका हैं या अब किया जा रहा हैं।
फिर वोटिंग और बल्क मेसेज भेजने वाली कम्पनी की ऑफिसर से बात करने पर उन्होंने सूचनाओं के अभाव में बस यही कहा कि ये सिर्फ एक वोटिंग नम्बर हैं, जिसे किसी व्यक्ति ने वोटिंग के लिए उपयोग किया हैं किंतु आप उस संस्था से सम्पर्क कर लीजिए।
उसके बाद जमाते इस्लामी हिन्द राजस्थान के मीडिया सेक्रेटरी डॉ0 इक़बाल सिदिक़्क़ी से बात की उसकी ये रिकॉर्डिंग हैं
उन्होंने बताया कि मुस्लिम पर्सनल लॉ की ओर से अभी कोई ऐसी प्रेस रिलीज या वोटिंग नही शुरू की गई हैं, और इस नम्बर पर यदि आप कॉल करते हैं तो हो सकता हैं आपके साथ धोखा धड़ी हो सकती हैं। इसलिए आप इस मैसेज को न तो शेयर कीजिये न ही उस फ़ोटो का प्रयोग करे।
अंततः इस अफवाह को खत्म करने का वक़्त आ चुका था और हमे पर्याप्त जानकारी मिल चुकी थी ।
कॉल रिकॉर्डिंग के लिंक में ही आप वीडियो को देखे और पूरी जानकारी प्राप्त करे।