राहुल गाँधी उम्र के जिस पड़ाव में जी रहे हैं वो बड़ा घातक होता है यहाँ फिसलने वाला कभी उठ नहीँ पाता!उनकी बातें बार बार उनके पप्पू होने की दलील साबित होती है! जहाँ राजनीति में संयम,धैर्य और चेतना की आवश्यक्ता होती है वहीं राहुल के भाषणों में इनका अस्तित्व नज़र नहीं आता! कल उन्होंने कहा कि बेरोज़गारी अल्पसंख्यकों को ISISI जैसा संगठन बनाने पर मजबूर करेगी!ये वही राहुल गांधी है जिनकी पार्टी ने सबसे ज़्यादा मुस्लिम युवाओं को आतंक के झूठे आरोपों में जेल की अंधकार कोठरी में धकेला!ये वही राहुल गांधी है जिनकी पार्टी ने हज़ारों मुस्लिम युवाओं को झूठे मामलों में जेल में यातनाएं दी!फ़र्ज़ी आतंकी संगठनों का निर्माण किया!ताकि उनको फँसाया जाए!आज वो कहते है कि बेरोज़गारी से अल्पसंख्यक समुदाय आतंकी संगठन बना लेगा तो मिस्टर गाँधी इस देश का अल्पसंख्यक तो दलितों से भी पिछड़ा है वो ना नोकरियों में है ना आर्थिक रूप में सक्षम और उसके ज़िम्मेदार तुम्हारी पारिवारिक पार्टी काँग्रेस है! बाबरी मस्जिद विध्वंस में ख़ामोश तमाशाई बनने वाली कांग्रेस अल्पसंख्यकों को आतंकी बता रही है! बेरोज़गारी क्या सिर्फ़ अल्पसंख्यकों का मुद्दा है या तुम्हारी खाली खोपड़ी में सॉफ्ट हिंदुत्व का इंजेक्शन अभी अभी लगा है! इस देश का अल्पसंख्यक समुदाय तो 70 साल से वंचित है उसने तो तुम्हारी सरकार के घनघोर अत्याचार सहे हैं!उसने सदैव संयमित व्यवहार किया है! 136 साल पुरानी कांग्रेस को आप जैसा पप्पू नेता मिलना किसी अपशगुन की कहानी बयां करता है! सिर्फ़ पार्टी ही नहीं इस देश की बीजेपी विरोधी धारा को आपका पप्पूवाद बिल्कुल समाप्त कर देगा!
(ख़ान इक़बाल)